ए सी ऑफिस ,बडा सा केबिन ,दिन भर मीटींग्स ,लोगों से मिलना ।
दुख सुख कहने सुनने वाला लंगोटिया यार कहीं गुम है ।
लाखों का पे पैकेज, बडी सी गाडी, भरपूर सेविंग्स,
जी भर के शॉपिंग, हाई फाई लिविंग |
सामानो के इस ढेर मे माँ का आँचल कहीं गुम है ।
वीक एंड्स मे पार्टियाँ ,कभी पब और डिस्को , चीयर्स चीयर्स की चिल्लाहट ,
इस कोलाहल मे मन्दिर मे आरती ,मंजीरो का नाद कहीं गुम है ।
कार की स्पीड मे बचपन की साइकिल की सवारी
होटल के खाने मे , अम्मा के हाथों छौकी दाल की नीवारी
पिक्निक स्पॉट मे ,नानी के गाँव की गली
डी जे,वीजे के शोर मे कान्हा की मुरली कहीं गुम है ।
कॉनवेंट की पढाई है, अब बाराखडी कहाँ ,
हाय, हैलो की दुनिया मे बस औपचारिकता यहाँ
बस चार लोगो का परिवार अब,रिश्ते नाते कुछ नही
सीमेंट के जंगल मे ,माटी की खुशबू कहीं गुम है ।
हम है अपने करीअर के टेंशन मे ,हर दम चिंता सता रही ,
किस का, कहाँ,कैसा हिसाब लगाऊँ,बाकि कुछ पता नही
रेलम पेल और आपाधापी
ज़ींदगी कहीं गुम है । ज़ींदगी कहीं गुम है ।
Pages
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सोमवार, 22 फ़रवरी 2010
गुरुवार, 18 फ़रवरी 2010
मन
मन बेचैन, मन चंचल
मन पागल, मन घायल
मन धरती, मन आकाश
मन नीर, मन ही कमल
मन हिरन और मन पंछी
मन बादल, मन बरसात
मन है अलक, मन है पलक
मन दर्पण और मन अर्पण
मन कलरव मन नीरव
मन मौजी ....मन मौजी
मन पागल, मन घायल
मन धरती, मन आकाश
मन नीर, मन ही कमल
मन हिरन और मन पंछी
मन बादल, मन बरसात
मन है अलक, मन है पलक
मन दर्पण और मन अर्पण
मन कलरव मन नीरव
मन मौजी ....मन मौजी
मंगलवार, 9 फ़रवरी 2010
वायरस IS2010
ब्लॉग पर बहु कुछ लिखना चाहती हूं परंतु समय बहुत बडी समस्या है । HATS OFF to the bloggers जो regularly दो चार दिन मे एक पोस्ट डाल दिया करते है ।
खैर, पिछले कुछ दिन बडे व्यस्तता मे बीते। ऑफिस,घर, घर मे मेहमानो की आवाजाही व्यस्तता का बडा कारण रही। रही सही कसर कम्प्युटर पर ज़बर्दस्त वायरस अटैक ने पूरी कर दी।मेरा पीसी IS2010 नामक वायरस की चपेट मे आ गया ।
यह एक बहुत ही खतरनाक वायरस साबित हुआ ,जो मेरे स्पैम मेल के जरिये आया। इस वायरस के कारण पीसी की स्पीड स्लो हो गयी ,डेस्क टॉप वाल पेपर हैक हो गया, मशीन चलते चलते हैंग़ होने लगी और प्रोग्राम/सॉफ्ट्वेयर चलने बन्द हो गये । इंटर्नेट चलना बन्द हो गया । अब बचा क्या ......?????
कम्प्युटर को ठीक करने मे बडे पापड बेलने पडे। रजिस्ट्री फाइलो मे बहुत सारे रद्दो बदल, सिस्टम फाइलो मे जा कर वायरस सर्च और स्केनिंग , रिमुविंग ,आदि आदि ...। Thank God, PC को फॉर्मेट किये बिना काम बन गया ।
ज़रा एक मिनट का समय निकाल कर गुगल पर सर्च करियेगा .. और खुद देखिये खुराफाती IS2010 कितना खतरनाक है ।(कुछ अपनी ही स्टाइल मे Happy New Year 2010 मनाता हुआ)|
इस वायरस को बनाने वाला बन्दा बस एक बार मेरे हाथ लग जाये ,...............।
खैर, पिछले कुछ दिन बडे व्यस्तता मे बीते। ऑफिस,घर, घर मे मेहमानो की आवाजाही व्यस्तता का बडा कारण रही। रही सही कसर कम्प्युटर पर ज़बर्दस्त वायरस अटैक ने पूरी कर दी।मेरा पीसी IS2010 नामक वायरस की चपेट मे आ गया ।
यह एक बहुत ही खतरनाक वायरस साबित हुआ ,जो मेरे स्पैम मेल के जरिये आया। इस वायरस के कारण पीसी की स्पीड स्लो हो गयी ,डेस्क टॉप वाल पेपर हैक हो गया, मशीन चलते चलते हैंग़ होने लगी और प्रोग्राम/सॉफ्ट्वेयर चलने बन्द हो गये । इंटर्नेट चलना बन्द हो गया । अब बचा क्या ......?????
कम्प्युटर को ठीक करने मे बडे पापड बेलने पडे। रजिस्ट्री फाइलो मे बहुत सारे रद्दो बदल, सिस्टम फाइलो मे जा कर वायरस सर्च और स्केनिंग , रिमुविंग ,आदि आदि ...। Thank God, PC को फॉर्मेट किये बिना काम बन गया ।
ज़रा एक मिनट का समय निकाल कर गुगल पर सर्च करियेगा .. और खुद देखिये खुराफाती IS2010 कितना खतरनाक है ।(कुछ अपनी ही स्टाइल मे Happy New Year 2010 मनाता हुआ)|
इस वायरस को बनाने वाला बन्दा बस एक बार मेरे हाथ लग जाये ,...............।